Advocate kaise Bane हर व्यक्ति चाहता है की वह बड़ा आदमी बने और अपना नाम कमाए ! हर व्यक्ति अपने जीवन में कुछ न कुछ बनना चाहता है, कोई इंजीनियर,डॉक्टर तो वकील बनना चाहता है !
बकील बनने के लिये काफ़ी मेहनत करनी पड़ती हैं, और आज के समय में बकील बनने के लिये काफ़ी competition का सामना करना पड़ता है !
भारत में हर बर्ष, कई छात्र वकील बनने के लिए पढ़ाई करते हैं, लेकिन केवल 20% छात्र ही सफल हो पाते हैं.
आज इस पोस्ट में हम आपको बताएँगे की आप वकील कैसे बन सकते हैं | आपको बकील बनने के लिये क्या पढ़ाई करनी है, और इसके बाद आपके पास कौन कौन से विकल्प हैं !
यदि आप भी एक अच्छा वकील बनना चाहते हैं तो हमारी इस पोस्ट से आपको काफ़ी मदद मिलेगी | भारत में लगभग 15 लाख से भी अधिक वकील हैं।
इस आर्टिकल में आप पड़ेंगे Advocate Kaise Bane
Lawyer किसे कहते है?
Advocate kaise Bane अगर हम आसान भाषा में समझे तो हम कह सकते हैं की Lawyer वह व्यक्ति होता है जिसके पास लॉ (law) की डिग्री हो उसे Lawyer कहते हैं | हम कह सकते हैं की एक Lawyer क़ानून की जानकारी रखता है और वह कानूनी मामलों का सलाहकार भी होता है | अगर इस बात को और आसान भाषा में समझे तो हम कहेंगे की यदि आपने अपनी LLB की पढाई पूर्ण कर ली है तो आप lawyer बन गये हैं | लेकिन यहाँ पर इस बात ध्यान विशेष ध्यान रखें की अभी आप advocate नहीं बने हैं |
Advocate किसे कहते है?
Advocate kaise Bane, Advocate वह व्यक्ति होता है जिसके पास लॉ की डिग्री होती है और उसने State Bar Council में अपना enrolment कराने के बाद All India Bar Examination (AIBE) भी पास कर लिया है तब वह व्यक्ति एडवोकेट कहलाता हैं | एक एडवोकेट का काम होता है अपने क्लाइन्ट को उचित क़ानूनी सलाह प्रदान करना अपने क्लाइंट्स की बात को प्रभावी तरीके से कोर्ट के समक्ष रखना ।
LLB क्या है?
LLB एक कानून की पढाई से संबंधी कोर्स है, जिसका फुल फॉर्म होता है Legum Baccalaureus है यह एक लेटिन भाषा का शव्द है जिसे सरल भाषा में Bachelor of Law भी कहते है | इस डिग्री को ग्रेजुएशन के बाद किया जा सकता है |
इस पढाई में आप कानून से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी को विस्तार से पढ पाएंगे | LLB की पढ़ाई करने के बाद एडवोकेट या जज बन सकते हैं.
Advocate kaise Bane
वकालत की पढाई शुरू करने के लिये कम से कम 12 वी कक्षा 50% अंकों से पास करना अनिवार्य है, LLB की पढाई पूरी करने के बाद आप एडवोकेट बन सकते हैं और अनुभवी एडवोकेट के साथ प्रेक्टिस कर सकते है जो कि वकालत के लिये अति आवश्यक होता है । वकालत के क्षेत्र में सफलता पाने के लिए अपनी सोच को दुसरो से अलग करें ,साथ ही साथ आपकी भाषा पर पकड़ भी होना चाहिए | टीम भावना, हर बात पर तर्क वितर्क करना, हर मुद्दे पर बात करना, कठिन निर्णय लेने की क्षमता होना ये सभी गुण एक व्यक्ति को अच्छा एडवोकेट वनाते हैं |
Advocate बनने के लिए योग्यता
Advocate kaise Bane,भारत में आप दो तरीकों से लॉयर बन सकते हैं-
1. BA.LLB की पांच साल की डिग्री
12th के BA.LLB की 5 बर्षो की डिग्री कर सकते हैं । इसमें कानून की पढ़ाई के साथ साथ स्नातक के विषयों को भी पढ़ाया जाता है।
इस डिग्री में आपको LLB के साथ ही स्नातक के किसी बिषय को चुनना होता है। जैसे – BA.LLB, BBA LLB, B.SC. LLB, B.Com LLB आदि।
2. तीन बर्ष की LLB की डिग्री
इसे स्नातक की डिग्री पूरी करने के बाद ही किया जा सकता है। LLB की डिग्री में कानून से जुड़े बिषयों को पढ़ाया जाता है।
आप दोनों कोर्स में से कोई भी एक कोर्स कर सकते हैं।
CLAT किसे कहते है?
देश के अच्छे महाविद्यालय से LLB की डिग्री करना चाहते है तो आपको CLAT ( Common Law Admission Test) पास करना होगा । देश के उच्च विधि विश्वविद्यालय में प्रवेश के लिए ये परीक्षा होती है।
CLAT के लिए क्या योग्यता होना चाहिए?
CLAT की परीक्षा देने के लिये निम्नतम योग्यता 12th कम से कम सामान्य और OBC कैटेगरी के बच्चों के लिए 45 प्रतिशत अंको के साथ पास होना अनिवार्य है और वहीँ एससी/एसटी के छात्रों के लिए 40 प्रतिशत अंकों के साथ 12th पास करना अनिवार्य है ।
CLAT की परीक्षा का सिलेबस क्या होता है?
CLAT की परीक्षा घंटे की होती है इसमें 200 प्रश्न होते है, इस परीक्षा में प्रत्येक प्रश्न के लिए एक अंक मिलता है गलत उत्तर पर 1/4 के नकारात्मक मार्किंग की जाती है यानी की 4 गलत उत्तर देने पर 1 नंबर कट कर दिया जाता है | इस परीक्षा में 5 विषयों से प्रश्न पूछे जाते हैं, जिसमें अंग्रेजी, करंट अफेयर्स, और लॉजिकल रीजनिंग, सामान्य ज्ञान, मैथ्स, लीगल एप्टीट्यूड इत्यादि शामिल है ।
भारत की यूनिवर्सिटी में आवेदन की प्रक्रिया, इस प्रकार है:
- सबसे पहले अपनी पसंदीदा यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
- रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को पूरा करने के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड मिलेगा ।
- वेबसाइट में साइन इन करने के बाद अपने पसंदीदा कोर्स को चुने ।
- अब अपना आवेदन फॉर्म पूरा भरें।
- आवेदन का फॉर्म जमा करें और आवेदन के शुल्क का भुगतान पूर्ण करें।
- यदि आपका एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले आप प्रवेश परीक्षा के लिये अपना रजिस्ट्रेशन करें और उसके बाद काउंसलिंग का वेट करें। प्रवेश परीक्षा में प्राप्त अंको के आधार पर ही आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।
Types of Lawyer
जिस प्रकार भिन्न – भिन्न बीमारीओं के लिए भिन्न – भिन्न डॉक्टर होते हैं वैसे ही प्रत्येक कानूनी समस्या के लिए भिन्न – भिन्न प्रकार के Lawyer होते हैं।
आइए अलग – अलग प्रकार के लॉयर के बारे में समझते हैं –
Family Lawyer
Family Lawyer वह Lawyer होता है जो की अपने पक्षकार को घरेलु मामलों में क़ानूनी सलाह देता है । जैसे – पति पत्नी के बीच divorce करवाना, अगर पत्नी बिना किसी कारण के पति को छोड़कर चली गई है तो कोर्ट के माध्यम से उसे कैसे बापिस लाना है आदि क़ानूनी सलाह देना ।
Criminal Lawyer
Criminal Lawyer वह Lawyer होते हैं जो की आपराधिक मामलों में अपने पक्षकार को क़ानूनी सलाह देते हैं । जैसे – अपने पक्षकार की जमानत कराना,अपने पक्षकार को इंसाफ दिलाना, आदि।
Estate Planning Lawyer
Estate Planning Lawyer वह LAWYER होते हैं जो की wills और trusts से जुडे होते है। ऐसे लॉयर आपके लिए will बनाने के साथ-साथ trust set up करने में मदद करते है |
Personal Injury Lawyer
Personal Injury Lawyer का मुख्य काम होता है एक्सीडेंड में हुए Injury के समय सामने वाली पार्टी से हर्जाना (compensation) दिलवाने का काम करते है ।
Bankruptcy Lawyer
Bankruptcy Lawyer का काम है की अपने पक्षकार की आर्थिक स्थिति खराब होने पर या दिवालिया होने की स्थिति में बैंक और अपने पक्षकार के बीच सेटलमेंट करवाये ।
Employment Lawyer
Employment Lawyer वह Lawyer होते है जिनका काम होता है अपना पक्षकार जो की किसी कंपनी का मालिक हैं और आपकी कंपनी के employee उसके लिए कोई मुसीबत खड़ी कर रहे है या अपना काम सही ढंग से नहीं कर रहे हैं तो ऐसे employee पर कानूनी तरीके से किस प्रकार कार्यवाही की जाये इस प्रकार की क़ानूनी सलह देने का काम करते हैं |
Intellectual Property Lawyer
ये वे Lawyer होते है जो ऐसे व्यक्तियों को क़ानूनी सलाह देते है जो की एक Artist, डिजाइनर या writer या ऐसा कोई भी व्यक्ति जिसने की स्वयं कुछ नया create किया है और उसकी रचना की कोई नक़ल करके अपना नाम दे दे तो ऐसे व्यक्ति के खिलाफ कानूनी करवाही केसे की जाये इस बारे में सलाह देते हैं ।
Medical Malpractice Lawyer
ये वे Lawyer होते है जो की यदि कोई डॉक्टर इलाज के दौरान अगर कोई गलती करता है और उससे मरीज का कोई नुकसान हो जाता है तब यदि मरीज उस डॉक्टर पर केस कोई करना चाहता है तो वह Medical Malpractice Lawyer की सहायता ले सकता है।
Immigration Lawyer
Immigration Lawyer का कम होता है वह Visa, , refugee,asylum या citizenship और green cards से जुड़े मामलों में अपने पक्षकार की मदद करे ।
Tax Lawyer
GST के आने के बाद Tax Lawyer की डिमांड काफ़ी बड गई है | और आज के समय में इस फिल्ड में काफ़ी जायदा संभावनाएं हैं Tax Lawyer अपने पक्षकार को Tax में मदद करते है और उन्हें कम से कम Tax भरना पड़े इस प्रकार की क़ानूनी सलाह देते हैं ।
Corporate Lawyer
Corporate Lawyer कॉर्पोरेशन से जुडे मामलों में क़ानूनी सलाह देते हैं |
LLB Course Fees
Advocate kaise Bane, चलिये अब हम जानते है कि LLB कोर्स करने में कितनी फ़ीस लगती है –
अगर आप 5 year BA.LLB course करते हैं तब आपको ग्रेजुएशन के अनुसार फीस देनी होगी।
उदाहरण के लिए – BA LLB की औसत फीस अलग – अलग कॉलेज, यूनिवर्सिटी में लगभग 1.5 लाख से लेकर सात लाख रूपए तक हैं जबकि BSc LLB की औसत फीस लगभग दो लाख रुपए और BBA LLB की औसत फीस लगभग 35 हजार से 1.5 लाख रूपए है।
यदि आप 3 बर्ष का LLB course करते हैं तब आपकी फ़ीस लगभग एक लाख रूपये से लेकर दो लाख रूपये तक हो सकती है ।
यहाँ पर इस बात का ध्यान रखे की यदि आप सरकारी Law कॉलेज या सरकारी युनिवेर्सिटी से LLB या BA.LLB करते हैं तो आपकी काफ़ी कम फीस लगेगी ।
LLB Course के बाद क्या career options हैं?
जब आप LLB Course पूरा कर लेते हैं तो आप लॉयर बन जाते हैं लेकिन यहाँ पर इस बात का ध्यान रखें की अभी आप एडवोकेट नहीं बने हैं | यदि आप आगे और पढ़ना चाहते हैं तो LL.M. की डिग्री और उसके बाद PH.D भी कर सकते हैं।
LLB के बाद career के बहुत सारे options खुल जाते हैं। जैसे –
Advocate
Advocate kaise Bane, एडवोकेट बनने के लिए आपको सबसे पहले अपनी लॉ की पढ़ाई पूरी करनी होगी ।
फिर आपको अपने राज्य के State Bar Council में अपना ragistretion करवाना होगा ।
इसके बाद All India Bar Examination (AIBE) को पास करना होगा । इस एग्जाम को पास करते ही आप एडवोकेट बन जायेगें और कोर्ट में केस लड़ सकते हैं ।
Law Firm
एडवोकेट बनने के बाद आप किसी LAW FIRM में काम कर सकते हैं। इससे आपको काफ़ी अनुभव मिलेगा |
अगर आप ने अपना पंजीयन राज्य अधिवक्ता परिषद् में नहीं करवाया है तब भी आप LAW FIRM में काम कर सकते हैं।
Public prosecutor
अगर आप LLB के बाद सरकारी नौकरी करना चाहते हैं तो आप Public prosecutor या सरकारी वकील बनकर अपने करियर को बना सकते हैं।
Judicial Services
यदि आप सिविल जज बनना चाहते हैं तो LLB के बाद Judicial Services Exam को clear कर Civil Judge या एक Judicial Magistrate बन सकते है ।
Journalism
लॉ की डिग्री करने के बाद आपको कानून की अच्छी जानकारी हो जाती है इसका लाभ आप Journalism में भी उठा सकते हैं।
Corporate Field
हर बड़ी कंपनी को किसी न किसी मामले में हर दिन कोर्ट केस का सामना करना पड़ता है । ऐसे में इन कंपनी को क़ानूनी सलाहकार की आवश्यकता पड़ती रहती है ।
Assistant Professor of Law
लॉ की डिग्री के बाद LL.M. और Ph.D. की पढ़ाई पूरी करके आप Assistant Professor of Law भी बन सकते हैं और कॉलेज और विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों को पढ़ा सकते हैं।
Judge advocate general (JAG) officer
आप लॉ की डिग्री करने के बाद Judge advocate general officer भी बन सकते हैं Judge advocate general officer का कम सैन्य कानूनों की व्याख्या करना और उन्हें लागू करने में कोर्ट मार्शल की मदद करना है ।
Law Clerk या Judicial Clerk
आप लॉ की डिग्री करने के बाद Law Clerk भी बन सकते हैं ।
Law Clerk कानूनी दस्तावेजों और कानूनी गतिविधियों को मेंटेन करने का काम करता है ।
एडवोकेट की सैलरी कितनी होती है
एक Lawyer या Advocate ki salary कितनी होती है वह इस बात पर निर्भर करता है कि वह कहां और किस फील्ड में काम करता है।
सामान्यतः भारत में एक वकील की औसत सैलरी लगभग 40000 रूपए प्रति माह के आस-पास होती है। परन्तु जो वकील अच्छे और बड़े law firm में काम करते हैं ऐसे वकील लाखों रुपये प्रतिमाह कमाते हैं ।
अगर हम सरकारी वकील की सैलरी की बात करें तो लगभग 3,60,000 से 45,00,000 रूपए तक प्रति वर्ष कमाते है।
FAQs
Q ADVOCATE बनने के लिए कौन सी डिग्री करनी पड़ती है?
ANS वकील बनने के लिए BA.LLB या LLB की डिग्री करनी पड़ती है ।
Q सरकारी एडवोकेट को कितनी सैलरी मिलती है?
ANS इंडिया में एक सरकारी वकील को लगभग ₹445,861 की सैलरी मिलती है । जो की अनुभव साथ – साथ के साथ बढ़ती जाती है।
Q वकील बनने में कितने पैसे खर्च होते हैं ?
ANS वकील बनने में कम से कम 20,000 से लेकर 70,000 तक की सालाना फ़ीस लगती है। जबकि प्राइवेट कॉलेज में LLB और BA.LLB की फीस ज़्यादा होती है ।
Q 12th के बाद वकील कैसे बन सकते हैं ?
ANS 12th की परीक्षा पास करने के बाद लॉ कॉलेज या लॉ यूनिवर्सिटी में प्रवेश लेना पड़ता है, इसके लिए एंट्रेंस एग्जाम पास करना पड़ता है ।
Q ग्रेजुएशन करने के बाद एडवोकेट कैसे बने ?
ANS ग्रेजुएशन के बाद LLB की डिग्री करें उसके बाद राज्य अधिवक्ता परिषद् में अपना पंजीयन कराने के बाद ALL इंडिया बार एग्जाम को पास कर अधिवक्ता बन सकते हैं ।
Q वकील बनने के लिए उम्र कितनी होनी चाहिए?
ANS बीसीआई के नियमों के अनुसार 5 वर्षीय पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए अधिकतम उम्र 20 वर्ष और तीन वर्षीय LLB पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए अधिकतम उम्र 30 वर्ष निर्धारित की गई है।